देश में बहुआयामी गरीबी 2013-14 में 29.17 फीसद थी, जो 2022-23 में घटकर 11.28 फीसद रही.
2021 में अत्यंत गरीबी में रहने वाले लोगों की संख्या 3.8 करोड़ घटकर अब 16.74 करोड़ रह गई है
देश के 12 राज्य ऐसे हैं जहां पर 50% परिवार ऐसे घरों में रह रहे हैं जिनका कच्चा फर्श है और छत भी टूटे-फूटे हैं.